दुर्भाग्य : धनबाद के पडो़स के छोटे-छोटे शहरों में भी हवाईअड्डा बनकर तैयार, सबसे अधिक राजस्व देने के बावजूद धनबाद अभी भी पीछे



धनबाद : यह धनबाद का दुर्भाग्य है कि यहां सब कुछ होते हुए भी हवाईअड्डा नहीं है। यहां के पड़ोस के छोटे-छोटे शहरों में भी हवाईअड्डा का निर्माण अंतिम चरण में है और हवाई सेवा शुरू करने की तैयारी चल रही है।धनबाद से करीब 130 किलोमीटर की दूरी पर देवघर इंटरनेशल हवाईअड्डा बनाकर तैयार है। यहां से कभी भी हवाई सेवा शुरू होने की घोषणा की जा सकती है। इसी तरह 40 किलोमीटर की दूरी पर बोकारो में भी हवाईअड्डा निर्माण अंतिम चरण में है। यहां से भी कभी भी हवाई सेवा शुरू करने की घोषणा की जा सकती है। अब धनबाद से 60 किलोमीटर की दूरी पर वर्णपुर हवाईअड्डा से नए साल में विमान सेवा शुरू करने की तैयारी शुरू हो गई है। खुशी की बात यह है कि तीनों हवाईअड्डा धनबाद शहर से नजीदक है। तीनों के चालू होने पर धनबाद के लोग भी उड़ सकेंगे।
*वर्णपुर से हवाई सेवा शुरू करने के लिए उच्चस्तरीय बैठक*
नए वर्ष में इस्पात नगरी बर्नपुर से हवाई उड़ान शुरू होने की उम्मीद जगी है। शनिवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में राज्य के कानून और लोक निर्माण मंत्री मलय घटक के नेतृत्व में आइएसपी, जिला प्रशासन और एयरपोर्ट अथारिटी के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई। बैठक में मंत्री मलय घटक ने कहा कि बर्नपुर एयरपोर्ट को सुचारु तरीके से चालू करने के लिए एयरपोर्ट अथारिटी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से बात हुई। इस दौरान अधिकारियों का कहना था कि एयरपोर्ट के समीप लगे 170 पेड़ों की वजह से एयरपोर्ट को चालू करने में दिक्कतें आ रही हैै। उन पेड़ों को काटने की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही बचे कार्य को निश्चित अवधि में पूरा किया जाए। मंत्री ने कहा कि बर्नपुर से उड़ान आरंभ होने से राज्य सहित विदेश में भी यात्रा के लिए हवाई सेवा की व्यवस्था की जाएगी।
*तीन माह में उड़ान के लिए हवाईअड्डा होगा तैयार*
अतिरिक्त जिला शासक डा. अभिजीत शेवाले ने कहा कि एयरपोर्ट से संबंधित सभी कार्यों को पूरा करने के लिए तीन माह की सीमा तय की गई है। उच्च स्तरीय बैठक में जिला शासक अरुण प्रसाद, पुलिस कमिश्नर एस सुधीर कुमार, एडीडीए के सीईओ सह नगर निगम के आयुक्त नितिन सिंघानिया, इस्को स्टील प्लांट के कार्यपालक निदेशक कार्मिक व प्रशासन अनूप कुमार आदि उपस्थित थे।

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